The most popular and famous place of Dev Bhoomi, District Chamba in Himachal-देव भूमि हिमाचल के जिला चम्बा के सबसे लोकप्रिय और प्रसिद्ध पर्टयक स्थान
आज में आप को एक ऐसे लोकप्रिय पर्टयक स्थान के बारे में बताने जा रहा हूँ। जो प्राकृतिक सौंदर्य, बर्फ से लटपट खूबसूरत पहाड़ो, कल कल करती बहती नदियों और पवित्र और ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है। इस लोकप्रिय स्तन को चम्बा के नाम से जाना जाता था। यह लोकप्रिय और विश्व प्रसिद्ध पर्टयक स्थल हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा में स्तिथ है।
यहां बहुत से प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर पर्टयक स्थान है। जिन में से खजियार, डलहौजी, भरमौर होली जैसे हिल स्टेशन है। यदि आप को पहाड़ पसंद है। और आप को ट्रेकिंग कैंपिंग करना पसंद है। तो आप के लिए यह एक आदर्श स्थान साबित हो सकता है। हर साल भारी मात्रा में सैलानी यहां गुमने और समय व्यतीत करने आते है।
यह स्थान जितना खूबूसरत है। उतना है धार्मिक और ऐतिहासिक भी है। शायद इसी लिए यह अपने अद्भुत कलाकृति, संस्कृति, त्योहारों के लिए जाना जाता है। आज में आप को चम्बा जिले में स्तिथ दस सबसे लोकप्रिय और प्रसिद्ध पर्टयक स्थलों के बारे में बताऊआ। ताकि जब भी आप चम्बा की यात्रा के लिए जाओ तो इन स्थानो की यात्रा करना ना भूलो।
खजियार हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में बसा एक अद्भुत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर एक लोकप्रिय पर्टयक स्थान है। जो अपनी मनमोहक सुंदरता और वातावरण के लिए दुनिया भर में मशहूर है। यह पुरे भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में भी लोकप्रिय हिल स्टेशन है। जो डलहौजी से मात्र 4 किमी की दुरी में स्थित है। यह स्थान एक छोटे से खूबूसरत पठार में बसा हुआ है। जिसके बिच से एक अद्भुत जल धारा बहती है, जो आगे चलकर एक आकर्षित झील का निर्माण करती है। जिसे खजियार झील नाम से जाना जाता है।
इस झील के चारो और ऊँचे ऊँचे पहाड़ है जो इस की शोभा और बढ़ा देते है। इस स्थान में आ के ऐसा व्यतीत होता है जैसे मानो प्रकृति ने ऐसे सव्य बनाया हो। यही कारण है की हर साल बहुत से पर्टयक यहा गुमने और समय व्यतीत करने के लिए आते है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और वातावरण की बजह से इस स्थान को हिमाचल का मिनी स्विट्ज़रलैंड भी कहा जाता है।
यहां आप बहुत से साहसिक खेलो का आनंद ले सकते हो। साथ ही झील की सुंदरता को निहारते हुए शीतल हवाओ को महसूस कर सकते हो। इसी के साथ आप यहां आप कालाटोप खज्जियार सैंक्चुअरी, खज्जियार ट्रेक, खज्जी नाग मंदिर, तिब्बतन हैंडक्राफ्ट सेण्टर, गोल्डन देवी मंदिर, को भी देख सकते हो। तथा इन खूबसूरत स्थानों की यात्रा कर सकते हो।
डलहौजी हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा में स्तिथ एक बेहद लोकप्रिय और प्रसिद्ध पर्टयक स्थल है। डलहौजी एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हिल स्टेशन है। जो अपने वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यह लोकप्रिय पर्टयक स्थल हिमाचल में सबसे लोकप्रिय पर्टयक स्थानों में से एक माना जाता है। डलहौजी शहर हिमाचल प्रदेश की गोद में बसा स्वर्ग के समान है।
यह पुरानी दुनिया के आकर्षण का प्रतीक माना जाता है, प्राकृतिक परिदृश्य, पाइन-क्लैड घाटियों, फूल-बिस्तरों के समान घास के मैदान, तेजी से बहने वाली नदियाँ और शानदार धुंध भरे खूबसूरत पहाड़ यहां की शोभा को और ज्यादा बड़ा देते है। यह लोकप्रिय हिल स्टेशन भारतीय
औपनिवेशिक काल के दौरान ब्रिटिशों के पसंदीदा ग्रीष्मकालीन स्थलों में से एक था। इस खूबसूरत स्थान में स्कॉटिश और विक्टोरियन वास्तुकला आपको अपनी औपनिवेशिक विरासत की याद दिलाता है जबकि बुद्धिमान हवा ब्रिटिश सुगंध को जारी रखती है।
डलहौजी में बहुत से खूबूसरत पहाड़ और नदी नदियां हैं, जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करते है। इनमें सबसे प्रसिद्ध स्थल पंच पुल, सतधारा झरना और दैकुंड शिखर है। जो डलहौजी में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले स्थान है। डैणकुण्ड पीक ट्रेक यहां का सबसे लोकप्रिय ट्रेको में से एक माना जाता है।
यदि आप चम्बा की खूबसूरत वादियों में समय व्यतीत करने के लिए आना चाहते हो तो आप के लिए यहां बहुत से आकर्षक स्थान है ,जिन में कई धार्मिक और बेहद ऐतिहासिक माने जाते है। इन्ही में से एक है चम्बा का सबसे लोकप्रिय और धार्मिक पर्टयक स्थान श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर। लक्ष्मी नारायण मंदिर चंबा में सबसे पुराना और सबसे बड़ा मंदिर है। यह मंदिर शिखर शैली के आकार में बनाया गया है। इसमें भगवान विष्णु और शिव की सबसे तेजस्वी मूर्तियों में से 06 हैं। साथ ही केंद्रीय विष्णु की मूर्ति को संगमरमर से उकेरा गया है। इस मंदिर की स्थापत्य कला इस मंदिर की शोभा को चार चाँद लगा देती है।
यह लोकप्रिय शिखर शैली मंदिर 10 वीं शताब्दी ईस्वी में साहिल वर्मन द्वारा बनाया गया था। चम्बा में स्तिथ यह धार्मिक लोकप्रिय पर्टयक स्थान देश भर में जाना जाता है। इस मंदिर के परिसर में पांच अन्य मुख्य मंदिर हैं और इस मंदिर को कलात्मक रूप से सजाया गया है। इस मंदिर के ऊपर लकड़ी के खोल की छत बर्फबारी से सुरक्षा का काम करती है साथ ही यह देखने में भी बहुत ही खूबसूरत दिखता है।
हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा में बहुत से ऐसे स्थान है जो आप को बेहद रोमांचित करेंगे। जिन में से एक है चम्बा का चौगान यह स्थान बहुत ही खूबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थान है जो आप को बेहद शांति प्रदान करेंगा। यहां ऐसी कई दुकानें हैं, जहाँ पर्टयक अपनी यात्रा के लिए हर तरह के प्यारे स्मृति चिन्ह तथा हस्तकला से निर्मित वस्तुए खरीद सकते है। यहां आप को कई प्रकार के कीमती पत्थर, धातु की कलाकृतियाँ और प्रसिद्ध चंबा की चप्पल की खरीदारी कर सकते हो। जो देश विदेश में अपनी लोकप्रियता के लिए जानी जाती है।
यहां आप को चम्बा जिले से संबदीत और भी बहुत सी हैंड मेड वस्तुए मिल जाएंगी। यह लोकप्रिय स्थान रावी नदी के तट के किनारे बसा एक अद्भुत स्थान है। चम्बा का चौगान एक बेहद लोकप्रिय पर्टयक स्थानों में से एक माना जाता है। जो एक बड़ा घास का मैदान है। चंबा का मौसम हमेशा सुहावना रहता है, जो आप को प्रकृति के बहुत से अद्भुत दृश्य प्रदान करता है। यह पर्टयक स्थान न ज्यादा ठंडा और न ज्यादा गर्म है, चम्बा जिले की ऊंचाई समुंद्रतल से लगभग 1,006 मीटर है।
इस लोकप्रिय पर्टयक स्थान में आप को कोमल तथा शीतल ठंडी हवा को महसूस करने का अवसर मिलेगा। जो सच में किसी स्वर्ग से कम नहीं होगा। चंबा शहर के आसपास कई प्रसिद्ध स्थान हैं जंहा आप अपना समय व्यतीत कर सकते हो। चंबा अपनी धाराओं, घास के मैदानों, प्रसिद्ध धार्मिक मंदिरों, ऐतिहासिक चित्रों, रूमाल कला और झीलों के लिए जाना जाता है। आप यहां चंबा शहर में सर्दियों के दौरान बर्फबारी का अनुभव भी कर सकते है। यदि आप बर्फ प्रेमी है तो यह स्थान आप के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
यदि आप चम्बा की यात्रा के लिए आ रहे है और यदि आप को ऐतिहासिक वस्तुए देखने और जानकारी प्राप्त करने में रूचि है। तो में आप को एक ऐसे ही लोकप्रिय पर्टयक स्थान के बारे में बताने जा रहा हूँ। जो भूरी सिंह संग्रहालय के नाम से जाना जाता है। यदी आप को भारतीय महाकाव्यों और ग्रंथों के बारे में उत्साही हैं। तो भूरी सिंह संग्रहालय स्वर्ग में स्थापित है। यह मूल रूप से महाभारत और उपनिषदों के लिखित पृष्ठ दुर्लभ पीतल और तांबे के उत्कीर्ण सिक्कों और इस तरह के अद्भुत कलाकृतियों के अलावा बहुत सी ऐतिहासिक वस्तुओ का संग्रह है।
इन सभी लोकप्रिय और खूबसूरत वस्तुओ को यहा प्रदर्शित किया गया हैं। यहां आप को लोकप्रिय बशोली और कांगड़ा शैली के चित्र भी देखने को मिलते हैं। इस खूबसूरत संग्रहालय को राजा भूरी सिंह के शासनकाल के दौरान 14 सितंबर 1908 को इस संग्रहालय का उद्घाटन किया गया था। इस का नाम राजा के नाम पर रखा गया है। यह स्थान चंबा के चौगान शहर के करीब स्थित है। इस खबूसूरत संग्रहालय को शुरू में राजा भूरी सिंह द्वारा दान में दिए गए ऐतिहासिक चित्रों और वस्तुओ के साथ शुरू किया गया था।
चम्बा जिले में सबसे लोकप्रिय पर्टयक धार्मिक स्थानों में से एक है। यह मणिमहेश झील इस झील को डल झील के नाम से भी जाना जाता है। यह एक बेहद खूबूसरत और अद्भुत झील है। जो हिमालय की पीर पंजाल श्रेणी में चंबा जिला के भरमौर उपखंड में स्थित है। इस झील की समुंद्रतल से ऊंचाई 4,080 मीटर की है। मणिमहेश का शाब्दिक अर्थ है "शिव के आभूषण"।
इस लोकप्रिय पर्टयक स्थान अधिकांश वर्ष उच्च हिमालय में होने के कारण भारी मात्रा में बर्फ पड़ने के कारण बंद रहता है। इस झील तक पहुँचने के लिए आप को यहां के खूबसूरत पहाड़ों और हरियाली से होकर 13 किमी का एक अद्भुत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर ट्रेक करना पड़ता है। जो बेहद रोमांचित है। यह खूबसूरत झील दो मुख्य भागों में विभाजित है। इस झील का एक बड़ा हिस्सा शिव कटोरी (भगवान शिव का स्नान स्थान) है, और निचले हिस्से को गौरी कुंड (देवी पार्वती का स्नान स्थान) कहा जाता है। जो बेहद पवित्र और लोकप्रिय धार्मिक स्थान है।
हिमाचल प्रदेश में स्तिथ यह शक्तिशाली झील मणिमहेश कैलाश पर्वत की कुंवारी चोटी के समीप स्थित है। जिसे भगवान शिव का पवित्र निवास माना जाता है। जो हिन्दुओ के लिए एक पवित्र स्थल माना जाता है। यहां तक कि यहां एक संगमरमर की प्रतिमा भी है जिसे परिधि में भगवान को समर्पित किया जाता है। यदि आप चम्बा की यात्रा के लिए आते है। तो इस ट्रेक पर जाना ना भूले।
हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा में बहुत से लोकप्रिय और धार्मिक पर्टयक स्थान है। जिन में से एक है। साहो जिले में स्थित, सुई माता का मंदिर जिसे राजा वर्मन ने अपनी पत्नी रानी सुई की याद में बनवाया था। जिसने अपने लोगों के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया था। यह मंदिर बेहद ऐतिहासिक और चम्बा में स्तिथ सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक है। शाह दरबार पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित यह मंदिर आप को नीचे की छोटी बस्ती का शानदार दृश्य प्रदान करता है। इस मंदिर के परिसर को तीन भागों में विभाजित किया गया है जिसमें मुख्य मंदिर, एक चैनल और रानी सुई माता को समर्पित एक स्मारक भी शामिल है। इस मंदिर को बलिदान के एक प्रतीक के रूप में माना जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुई माता मंदिर को आधार के नीचे से एक मार्ग के साथ पक्की सीढ़ियों की उड़ान के द्वारा पहुँचा जा सकता है। चम्बा में स्तिथ यह सुइ माता के जीवन और काल का चित्रण सुंदर चित्रों में आंतरिक रूप से किया गया है। जो बेहद लोकप्रिय और अद्भुत है। इस मंदिर में अप्रैल और मई के महीनों में आयोजित होने वाले वार्षिक मेले के समय सबसे अधिक भीड़ होती है। इस मंदिर में छोटी लड़कियों और महिलाओं ने रानी सुई के बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए असाधारण रूप से तैयार किया। यह हिमाचल प्रदेश में मनाये जाने वाले सबसे लोकप्रिय और अद्भुत त्योहारो में से एक है। यह त्योहार बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है।
हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में स्तिथ भरमौर सबसे लोकप्रिय पर्टयक स्थानों में से है। पहाड़ो के बिलकुल बीचो बिच बसा यह भरमौर हिमाचल में स्तिथ एक बेहद ही खूबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यदि आप चम्बा की यात्रा का प्लान कर रहे है। तो भरमौर आप के लिए एक आदर्श स्थान साबित हो सकता है। एक विलक्षण छोटा पहाड़ी शहर है जो हरे-भरे दृश्यों और बर्फ से ढकी चोटियों का दावा करता है। भरमौर एक ऐतिहासिक स्थान है। जिस का पूर्व में नाम ब्रह्मपुरा था।
यह लोकप्रिय पर्टयक स्थान चंबा से 64 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां आप को मनोरम और प्राकृतिक सुंदरता के दृश्यों के अलावा रावी नदी के किनारे बसे खूबसूरत छोटे छोटे गावो के खूबसूरत नजारे देखने को मिल सकते है। यह गाँव अपने कई प्राचीन मंदिरों के लिए भी जाना जाता है। जिनमें से कुछ को 10 वीं शताब्दी के बताये जाते है।
यदि आप एक शांत वातावरण से भरपूर स्थान की तलाश कर रहे है। तो आप के लिए यह एक बिलकुल सही स्थान है। यह भरमौर रावी और चिनाब घाटी से घिरा हुआ और धौलाधार पर्वत श्रृंखला और पीर पंजाल के बीच में बसा हुआ बहुत ही खूबसूरत पर्टयक स्थान है। चम्बा में स्तिथ यह भरमौर पहाड़ो के बिच में बसा एक ऐसा नगर है। जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और अपनी संस्कृति के लिए देश भर में जाना जाता है।
यहां की निवासियों को गद्दी कहा जाता है। भरमौर को कभी-कभी "भगवान शिव की भूमि" भी कहा जाता है क्योंकि यह माना जाता है कि भगवान शिव पास के कैलाश पर्वत पर निवास करते थे। कैलाश पर्वत चम्बा में स्तिथ भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है।
स्कॉटलैंड चर्च चम्बा जिले में स्तिथ एक बहुत ही अद्भुत लोकप्रिय एक धार्मिक स्थल है। चम्बा स्तिथ यह सबसे ऐतिहासिक स्थानों में से एक है। चम्बा में स्तिथ यह एक लोकप्रिय और प्रसिद्ध पर्टयक स्थान है। आप यहां शांत वातावरण के साथ अपने प्रियजनों के साथ समय व्यतीत कर सकते है। साथ ही आप यहां के प्राकृतिक सुंदरता को भी निहार सकते हो। चम्बा जिले में स्तिथ यह एक आकर्षण केंद्र में से एक है।
स्कॉटलैंड का चर्च चंबा केवल दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए जगह नहीं है, बल्कि यह प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर स्थान है। हर साल भारी मात्रा में सैलानी यहां गुमने और समय व्यतीत करने के लिए आते है। यदि आप चम्बा में एक शांत वातावरण और शीतल हवा के बिच अपना समय व्यतीत करना चाहते है तो आप के लिए यह एक आदर्श स्थान साबित होगा।
हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा में स्तिथ रंग महल एक बेहद ऐतिहासिक और लोकप्रिय पर्टयक स्थल है। जो अपनी ऐतिहासिक सुंदरता और हस्तशिल्प के लिए देश भर में जाना जाता है। यह स्थान सुराहा मोहल्ले में राजा उम्मेद सिंह के रंग महल में बसा हिमाचल एम्पोरियम में चीजों का हस्तनिर्मित है। जो हस्तकला को दर्शाती है। इस एम्पोरियम का खुलने का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे और दोपहर 2 बजे का है।
यहां बहुत से प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर पर्टयक स्थान है। जिन में से खजियार, डलहौजी, भरमौर होली जैसे हिल स्टेशन है। यदि आप को पहाड़ पसंद है। और आप को ट्रेकिंग कैंपिंग करना पसंद है। तो आप के लिए यह एक आदर्श स्थान साबित हो सकता है। हर साल भारी मात्रा में सैलानी यहां गुमने और समय व्यतीत करने आते है।
यह स्थान जितना खूबूसरत है। उतना है धार्मिक और ऐतिहासिक भी है। शायद इसी लिए यह अपने अद्भुत कलाकृति, संस्कृति, त्योहारों के लिए जाना जाता है। आज में आप को चम्बा जिले में स्तिथ दस सबसे लोकप्रिय और प्रसिद्ध पर्टयक स्थलों के बारे में बताऊआ। ताकि जब भी आप चम्बा की यात्रा के लिए जाओ तो इन स्थानो की यात्रा करना ना भूलो।
01) खजियार Mini Switzerland of himachal pradesh
खजियार हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में बसा एक अद्भुत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर एक लोकप्रिय पर्टयक स्थान है। जो अपनी मनमोहक सुंदरता और वातावरण के लिए दुनिया भर में मशहूर है। यह पुरे भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में भी लोकप्रिय हिल स्टेशन है। जो डलहौजी से मात्र 4 किमी की दुरी में स्थित है। यह स्थान एक छोटे से खूबूसरत पठार में बसा हुआ है। जिसके बिच से एक अद्भुत जल धारा बहती है, जो आगे चलकर एक आकर्षित झील का निर्माण करती है। जिसे खजियार झील नाम से जाना जाता है।
इस झील के चारो और ऊँचे ऊँचे पहाड़ है जो इस की शोभा और बढ़ा देते है। इस स्थान में आ के ऐसा व्यतीत होता है जैसे मानो प्रकृति ने ऐसे सव्य बनाया हो। यही कारण है की हर साल बहुत से पर्टयक यहा गुमने और समय व्यतीत करने के लिए आते है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और वातावरण की बजह से इस स्थान को हिमाचल का मिनी स्विट्ज़रलैंड भी कहा जाता है।
यहां आप बहुत से साहसिक खेलो का आनंद ले सकते हो। साथ ही झील की सुंदरता को निहारते हुए शीतल हवाओ को महसूस कर सकते हो। इसी के साथ आप यहां आप कालाटोप खज्जियार सैंक्चुअरी, खज्जियार ट्रेक, खज्जी नाग मंदिर, तिब्बतन हैंडक्राफ्ट सेण्टर, गोल्डन देवी मंदिर, को भी देख सकते हो। तथा इन खूबसूरत स्थानों की यात्रा कर सकते हो।
02) डलहौजी -Dalhousie
डलहौजी हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा में स्तिथ एक बेहद लोकप्रिय और प्रसिद्ध पर्टयक स्थल है। डलहौजी एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हिल स्टेशन है। जो अपने वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यह लोकप्रिय पर्टयक स्थल हिमाचल में सबसे लोकप्रिय पर्टयक स्थानों में से एक माना जाता है। डलहौजी शहर हिमाचल प्रदेश की गोद में बसा स्वर्ग के समान है।
यह पुरानी दुनिया के आकर्षण का प्रतीक माना जाता है, प्राकृतिक परिदृश्य, पाइन-क्लैड घाटियों, फूल-बिस्तरों के समान घास के मैदान, तेजी से बहने वाली नदियाँ और शानदार धुंध भरे खूबसूरत पहाड़ यहां की शोभा को और ज्यादा बड़ा देते है। यह लोकप्रिय हिल स्टेशन भारतीय
औपनिवेशिक काल के दौरान ब्रिटिशों के पसंदीदा ग्रीष्मकालीन स्थलों में से एक था। इस खूबसूरत स्थान में स्कॉटिश और विक्टोरियन वास्तुकला आपको अपनी औपनिवेशिक विरासत की याद दिलाता है जबकि बुद्धिमान हवा ब्रिटिश सुगंध को जारी रखती है।
डलहौजी में बहुत से खूबूसरत पहाड़ और नदी नदियां हैं, जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करते है। इनमें सबसे प्रसिद्ध स्थल पंच पुल, सतधारा झरना और दैकुंड शिखर है। जो डलहौजी में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले स्थान है। डैणकुण्ड पीक ट्रेक यहां का सबसे लोकप्रिय ट्रेको में से एक माना जाता है।
03) लक्ष्मी नारायण मंदिर चंबा-Laxmi Narayan Temple Chamba
यदि आप चम्बा की खूबसूरत वादियों में समय व्यतीत करने के लिए आना चाहते हो तो आप के लिए यहां बहुत से आकर्षक स्थान है ,जिन में कई धार्मिक और बेहद ऐतिहासिक माने जाते है। इन्ही में से एक है चम्बा का सबसे लोकप्रिय और धार्मिक पर्टयक स्थान श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर। लक्ष्मी नारायण मंदिर चंबा में सबसे पुराना और सबसे बड़ा मंदिर है। यह मंदिर शिखर शैली के आकार में बनाया गया है। इसमें भगवान विष्णु और शिव की सबसे तेजस्वी मूर्तियों में से 06 हैं। साथ ही केंद्रीय विष्णु की मूर्ति को संगमरमर से उकेरा गया है। इस मंदिर की स्थापत्य कला इस मंदिर की शोभा को चार चाँद लगा देती है।
यह लोकप्रिय शिखर शैली मंदिर 10 वीं शताब्दी ईस्वी में साहिल वर्मन द्वारा बनाया गया था। चम्बा में स्तिथ यह धार्मिक लोकप्रिय पर्टयक स्थान देश भर में जाना जाता है। इस मंदिर के परिसर में पांच अन्य मुख्य मंदिर हैं और इस मंदिर को कलात्मक रूप से सजाया गया है। इस मंदिर के ऊपर लकड़ी के खोल की छत बर्फबारी से सुरक्षा का काम करती है साथ ही यह देखने में भी बहुत ही खूबसूरत दिखता है।
04) चम्बा का चौगान -Chaugan Chamba
हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा में बहुत से ऐसे स्थान है जो आप को बेहद रोमांचित करेंगे। जिन में से एक है चम्बा का चौगान यह स्थान बहुत ही खूबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थान है जो आप को बेहद शांति प्रदान करेंगा। यहां ऐसी कई दुकानें हैं, जहाँ पर्टयक अपनी यात्रा के लिए हर तरह के प्यारे स्मृति चिन्ह तथा हस्तकला से निर्मित वस्तुए खरीद सकते है। यहां आप को कई प्रकार के कीमती पत्थर, धातु की कलाकृतियाँ और प्रसिद्ध चंबा की चप्पल की खरीदारी कर सकते हो। जो देश विदेश में अपनी लोकप्रियता के लिए जानी जाती है।
यहां आप को चम्बा जिले से संबदीत और भी बहुत सी हैंड मेड वस्तुए मिल जाएंगी। यह लोकप्रिय स्थान रावी नदी के तट के किनारे बसा एक अद्भुत स्थान है। चम्बा का चौगान एक बेहद लोकप्रिय पर्टयक स्थानों में से एक माना जाता है। जो एक बड़ा घास का मैदान है। चंबा का मौसम हमेशा सुहावना रहता है, जो आप को प्रकृति के बहुत से अद्भुत दृश्य प्रदान करता है। यह पर्टयक स्थान न ज्यादा ठंडा और न ज्यादा गर्म है, चम्बा जिले की ऊंचाई समुंद्रतल से लगभग 1,006 मीटर है।
इस लोकप्रिय पर्टयक स्थान में आप को कोमल तथा शीतल ठंडी हवा को महसूस करने का अवसर मिलेगा। जो सच में किसी स्वर्ग से कम नहीं होगा। चंबा शहर के आसपास कई प्रसिद्ध स्थान हैं जंहा आप अपना समय व्यतीत कर सकते हो। चंबा अपनी धाराओं, घास के मैदानों, प्रसिद्ध धार्मिक मंदिरों, ऐतिहासिक चित्रों, रूमाल कला और झीलों के लिए जाना जाता है। आप यहां चंबा शहर में सर्दियों के दौरान बर्फबारी का अनुभव भी कर सकते है। यदि आप बर्फ प्रेमी है तो यह स्थान आप के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
05) भूरी सिंह संग्रहालय-Bhuri Singh Museum
यदि आप चम्बा की यात्रा के लिए आ रहे है और यदि आप को ऐतिहासिक वस्तुए देखने और जानकारी प्राप्त करने में रूचि है। तो में आप को एक ऐसे ही लोकप्रिय पर्टयक स्थान के बारे में बताने जा रहा हूँ। जो भूरी सिंह संग्रहालय के नाम से जाना जाता है। यदी आप को भारतीय महाकाव्यों और ग्रंथों के बारे में उत्साही हैं। तो भूरी सिंह संग्रहालय स्वर्ग में स्थापित है। यह मूल रूप से महाभारत और उपनिषदों के लिखित पृष्ठ दुर्लभ पीतल और तांबे के उत्कीर्ण सिक्कों और इस तरह के अद्भुत कलाकृतियों के अलावा बहुत सी ऐतिहासिक वस्तुओ का संग्रह है।
इन सभी लोकप्रिय और खूबसूरत वस्तुओ को यहा प्रदर्शित किया गया हैं। यहां आप को लोकप्रिय बशोली और कांगड़ा शैली के चित्र भी देखने को मिलते हैं। इस खूबसूरत संग्रहालय को राजा भूरी सिंह के शासनकाल के दौरान 14 सितंबर 1908 को इस संग्रहालय का उद्घाटन किया गया था। इस का नाम राजा के नाम पर रखा गया है। यह स्थान चंबा के चौगान शहर के करीब स्थित है। इस खबूसूरत संग्रहालय को शुरू में राजा भूरी सिंह द्वारा दान में दिए गए ऐतिहासिक चित्रों और वस्तुओ के साथ शुरू किया गया था।
06) मणिमहेश झील-Manimahesh Lake
चम्बा जिले में सबसे लोकप्रिय पर्टयक धार्मिक स्थानों में से एक है। यह मणिमहेश झील इस झील को डल झील के नाम से भी जाना जाता है। यह एक बेहद खूबूसरत और अद्भुत झील है। जो हिमालय की पीर पंजाल श्रेणी में चंबा जिला के भरमौर उपखंड में स्थित है। इस झील की समुंद्रतल से ऊंचाई 4,080 मीटर की है। मणिमहेश का शाब्दिक अर्थ है "शिव के आभूषण"।
इस लोकप्रिय पर्टयक स्थान अधिकांश वर्ष उच्च हिमालय में होने के कारण भारी मात्रा में बर्फ पड़ने के कारण बंद रहता है। इस झील तक पहुँचने के लिए आप को यहां के खूबसूरत पहाड़ों और हरियाली से होकर 13 किमी का एक अद्भुत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर ट्रेक करना पड़ता है। जो बेहद रोमांचित है। यह खूबसूरत झील दो मुख्य भागों में विभाजित है। इस झील का एक बड़ा हिस्सा शिव कटोरी (भगवान शिव का स्नान स्थान) है, और निचले हिस्से को गौरी कुंड (देवी पार्वती का स्नान स्थान) कहा जाता है। जो बेहद पवित्र और लोकप्रिय धार्मिक स्थान है।
हिमाचल प्रदेश में स्तिथ यह शक्तिशाली झील मणिमहेश कैलाश पर्वत की कुंवारी चोटी के समीप स्थित है। जिसे भगवान शिव का पवित्र निवास माना जाता है। जो हिन्दुओ के लिए एक पवित्र स्थल माना जाता है। यहां तक कि यहां एक संगमरमर की प्रतिमा भी है जिसे परिधि में भगवान को समर्पित किया जाता है। यदि आप चम्बा की यात्रा के लिए आते है। तो इस ट्रेक पर जाना ना भूले।
07) सुई माता मंदिर-Sui Mata Temple
हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा में बहुत से लोकप्रिय और धार्मिक पर्टयक स्थान है। जिन में से एक है। साहो जिले में स्थित, सुई माता का मंदिर जिसे राजा वर्मन ने अपनी पत्नी रानी सुई की याद में बनवाया था। जिसने अपने लोगों के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया था। यह मंदिर बेहद ऐतिहासिक और चम्बा में स्तिथ सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक है। शाह दरबार पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित यह मंदिर आप को नीचे की छोटी बस्ती का शानदार दृश्य प्रदान करता है। इस मंदिर के परिसर को तीन भागों में विभाजित किया गया है जिसमें मुख्य मंदिर, एक चैनल और रानी सुई माता को समर्पित एक स्मारक भी शामिल है। इस मंदिर को बलिदान के एक प्रतीक के रूप में माना जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुई माता मंदिर को आधार के नीचे से एक मार्ग के साथ पक्की सीढ़ियों की उड़ान के द्वारा पहुँचा जा सकता है। चम्बा में स्तिथ यह सुइ माता के जीवन और काल का चित्रण सुंदर चित्रों में आंतरिक रूप से किया गया है। जो बेहद लोकप्रिय और अद्भुत है। इस मंदिर में अप्रैल और मई के महीनों में आयोजित होने वाले वार्षिक मेले के समय सबसे अधिक भीड़ होती है। इस मंदिर में छोटी लड़कियों और महिलाओं ने रानी सुई के बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए असाधारण रूप से तैयार किया। यह हिमाचल प्रदेश में मनाये जाने वाले सबसे लोकप्रिय और अद्भुत त्योहारो में से एक है। यह त्योहार बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है।
08) भरमौर-Bharmour
हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में स्तिथ भरमौर सबसे लोकप्रिय पर्टयक स्थानों में से है। पहाड़ो के बिलकुल बीचो बिच बसा यह भरमौर हिमाचल में स्तिथ एक बेहद ही खूबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यदि आप चम्बा की यात्रा का प्लान कर रहे है। तो भरमौर आप के लिए एक आदर्श स्थान साबित हो सकता है। एक विलक्षण छोटा पहाड़ी शहर है जो हरे-भरे दृश्यों और बर्फ से ढकी चोटियों का दावा करता है। भरमौर एक ऐतिहासिक स्थान है। जिस का पूर्व में नाम ब्रह्मपुरा था।
यह लोकप्रिय पर्टयक स्थान चंबा से 64 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां आप को मनोरम और प्राकृतिक सुंदरता के दृश्यों के अलावा रावी नदी के किनारे बसे खूबसूरत छोटे छोटे गावो के खूबसूरत नजारे देखने को मिल सकते है। यह गाँव अपने कई प्राचीन मंदिरों के लिए भी जाना जाता है। जिनमें से कुछ को 10 वीं शताब्दी के बताये जाते है।
यदि आप एक शांत वातावरण से भरपूर स्थान की तलाश कर रहे है। तो आप के लिए यह एक बिलकुल सही स्थान है। यह भरमौर रावी और चिनाब घाटी से घिरा हुआ और धौलाधार पर्वत श्रृंखला और पीर पंजाल के बीच में बसा हुआ बहुत ही खूबसूरत पर्टयक स्थान है। चम्बा में स्तिथ यह भरमौर पहाड़ो के बिच में बसा एक ऐसा नगर है। जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और अपनी संस्कृति के लिए देश भर में जाना जाता है।
यहां की निवासियों को गद्दी कहा जाता है। भरमौर को कभी-कभी "भगवान शिव की भूमि" भी कहा जाता है क्योंकि यह माना जाता है कि भगवान शिव पास के कैलाश पर्वत पर निवास करते थे। कैलाश पर्वत चम्बा में स्तिथ भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है।
09) Church of Scotland- स्कॉटलैंड चर्च चम्बा
स्कॉटलैंड चर्च चम्बा जिले में स्तिथ एक बहुत ही अद्भुत लोकप्रिय एक धार्मिक स्थल है। चम्बा स्तिथ यह सबसे ऐतिहासिक स्थानों में से एक है। चम्बा में स्तिथ यह एक लोकप्रिय और प्रसिद्ध पर्टयक स्थान है। आप यहां शांत वातावरण के साथ अपने प्रियजनों के साथ समय व्यतीत कर सकते है। साथ ही आप यहां के प्राकृतिक सुंदरता को भी निहार सकते हो। चम्बा जिले में स्तिथ यह एक आकर्षण केंद्र में से एक है।
स्कॉटलैंड का चर्च चंबा केवल दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए जगह नहीं है, बल्कि यह प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर स्थान है। हर साल भारी मात्रा में सैलानी यहां गुमने और समय व्यतीत करने के लिए आते है। यदि आप चम्बा में एक शांत वातावरण और शीतल हवा के बिच अपना समय व्यतीत करना चाहते है तो आप के लिए यह एक आदर्श स्थान साबित होगा।
10) Himachal Emporium, Rang Mahal-हिमाचल एम्पोरियम, रंग महल
हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा में स्तिथ रंग महल एक बेहद ऐतिहासिक और लोकप्रिय पर्टयक स्थल है। जो अपनी ऐतिहासिक सुंदरता और हस्तशिल्प के लिए देश भर में जाना जाता है। यह स्थान सुराहा मोहल्ले में राजा उम्मेद सिंह के रंग महल में बसा हिमाचल एम्पोरियम में चीजों का हस्तनिर्मित है। जो हस्तकला को दर्शाती है। इस एम्पोरियम का खुलने का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे और दोपहर 2 बजे का है।
लकड़ी के करघे पर बुने गए उत्तम शॉल और रूमाल आप को यहां देखने को मिलेंगे। यह ऐतिहासिक और खूसबूरत महल को मुगल और ब्रिटिश शैली के स्थापत्य मिश्रण से बनाया गया है। बताया जाता है की इस महल का मुख्य आकर्षण 18 वीं सदी के पंजाब पहाड़ी शैली के भित्तिचित्र है। जो भगवान श्री कृष्ण के जीवन के कई पहलुओं पर प्रकाश डालते हैं। यह स्थान आप को बेहद रोमांचित करेगा।
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